Saturday, 23 December 2017

Lamba Hari Singh | विधायक कन्हैयालाल चौधरी द्वारा 4 लाख की लागत से बनने वाले नए सभा हॉल निर्माण करवाने की घोषणा

विधायक कन्हैयालाल चौधरी द्वारा 4 लाख की लागत से बनने वाले नए सभा हॉल निर्माण करवाने की घोषणा

मोरला | राजकीय सीनियर विद्यालय मोरला में नव निर्मित प्रार्थना सभा हॉल का लोकार्पण विधायक कन्हैयालाल चौधरी के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में विधायक ने मोरला गांव में होने वाले आगामी विकास कार्यों की घोषणा करते हुए कहा कि भाजपा की राजस्थान सरकार विकास के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने इस अवसर पर 4 लाख की लागत से बनने वाले नए सभा हॉल निर्माण करवाने की घोषणा करी। मोरला विद्यालय में NCC का बैच प्रारम्भ होते ही सभी प्रथम NCC में प्रवेश लेने वाले छात्र- छात्राओं को विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर ग्रामीण भामाशाहों का सम्मान करते हुए विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं होता हैं। आज आप जैसे भामाशाहों की बदौलत ही ग्रामीण क्षेत्रों से होनहार विद्यार्थी प्रतिभा के रूप में निखर कर क्षेत्र का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं। प्रतिभाओं के रूप में ही होनहार विद्यार्थियों को राज्य सरकार द्वारा मिली साइकिलों का वितरण किया गया।
       कार्यक्रम में मालपुरा प्रधान सरोज चौधरी, जिला परिषद सदस्य रूपचन्द आकोदिया, सरपँच परमेश्वर चौधरी, लाम्बा अध्यक्ष बन्नालाल धोबी, मालपुरा अध्यक्ष दिनेश विजय, पचेवर अध्यक्ष बालाबक्ष चौधरी, CR सीमा चौधरी, CR मधुबाला शर्मा, CR शिवराज गियाड़, CR पन्नालाल कारवाल, रोडुलाल चौधरी, पूर्व उप प्रधान राजनारायण पारीक, बार अध्यक्ष गणेश जाट, राजनारायण जांगिड़, मोनू गौतम, सरपट भैया, राजेन्द्र शर्मा, सहित सभी भाजपा नेता कार्यक्रम में उपस्तिथ थे। 
मंच संचालन जगदीश गुर्जर ने किया। सभी अतिथियों का प्रधानाचार्य बालूराम गुर्जर ने सम्मान किया।




लाम्बा हरी सिंह में स्थित प्राचीनतम धार्मिक स्थल | Lamba Hari Singh Temples




अधिक वीडियो देखने के लिए युटूब चेनल को सब्सक्राइब करे



Saturday, 2 December 2017

विशेष पुनरीक्षण अभियान-2018



टोंक जिले में 30 अक्टूबर से ये अभियान प्रारंभ हो गया है। इस अभियान में 5 एवं 12 नवंबर को जो कि रविवार, अवकाश का दिन है, को राज्य के 51227 मतदान केन्द्रों पर BLO प्रातः 9 बजे से सांय 6 बजे तक बैठेंगे। इन मतदान केन्द्रों पर निम्न कार्य होगा। 1. कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची देख सकता है। उसमें अपने परिवार के सदस्यों के नाम हैं या नहीं, चैक कर सकता है। 2. मतदाता सूची में दर्ज नाम और अन्य विवरण में यदि कोई त्रुटि हो तो प्रपत्र 8 भरकर BLO को देकर संशोधन करवा सकता है। 3.1 जनवरी 1999 को अथवा इससे पहले की जन्मतिथि वाले व्यक्ति अपना नाम प्रपत्र 6 भरकर जुड़वा सकते हैं। 4. विदेश में रहने वाले अप्रवासी भारतीय प्रपत्र 6A भरकर अपना नाम जुड़वा सकते हैं। 5. मृत्यु अथवा शिफ्टिंग की स्थिति में प्रपत्र 7 भरकर नाम हटवाने की कार्यवाही की जा सकती है। 6. एक ही विधानसभा क्षेत्र में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने पर प्रपत्र 8A भरकर जमा कराना होगा । 7. डुप्लीकेट EPIC बनवाने के लिए प्रपत्र EPIC- 001 भरकर देना होगा। 8. मतदाता सूचियां त्रुटिरहित हों, इसके लिये भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत BLO 15 नवंबर से 30 नवंबर तक घर घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे। सभी से निवेदन हैं कि इस अभियान का भरपूर फायदा उठायें। और अपने अपने बूथों पर नवीन मतदाता बनाकर उन्हें बधाई दें क्योंकि वो अपने पहले मत का प्रयोग 2019 के होने वाले विधानसभा ओर लोक सभा चुनाव में देकर राजस्थान सरकार और केन्द्र सरकार के निर्माण में अपनी मह्ती भूमिका का निर्वहन करेंगे।

लाम्बा हरि सिंह गाव का प्राकर्तिक सोन्द्रय......

www.lambaharisingh.com

लाम्बा हरि सिंह का इतिहास:-

रियासत काल में डिग्गी खंगारोत कछवाहों का प्रमुख संस्थान रहा है. इस वंश में हरीसिंह खंगारोत प्रसिद्ध नायक हुए जो आमेर राज्य के स्तम्भ थे. इन हरी सिंह ने निकटवर्ती लाम्बा को अपना संस्थान बनाया जो उनके नाम से आज 'लाम्बा हरिसिंह' है. हरी सिंह मिर्जा राजा जयसिंह और बाद में राजाराम सिंह प्रथम की सेवा में रहे थे. वे राजाराम सिंह के साथ काबुल अभियान में गए. राजा रामसिंह की मृत्यु (अगस्त 1869) के बाद उनके पौत्र बिशन सिंह गद्दी पर बैठे. हरिसिंह उनके संरक्षक नियुक्त हुए. औरंगजेब ने बिशन सिंह को मथुरा व निकटवर्ती जाटों का उपद्रव शांत करने का काम सौंपा. हरी सिंह प्रधान सेनापति के रूप में जाटों से लड़ते हुए जवार की गढ़ी की लड़ाई में वीरगति प्राप्त हुए|

ऐतिहासिक किला:-

आमेर के राजा पृथ्वीराज(बाबर के समयकालीन) के पुत्र जगमाल कछवाह के पुत्र खंगार की तृतीय पीढ़ी के ठाकुर अजब सिंह तिलोनिया के कनिष्ठ पुत्र ठा. हरिसिंह खंगारोत(जन्म 1630ई.) कछवाहो की खंगारोत खांप का मूल पुरुष था| तिलोनिया(संभार) से आकर इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए इस किले का निर्माण मिति चेत बुदी 13 दीतवार 1658ई. में कराया| यह काल आमेर के राजा रामसिंह प्रथम व सल्तनत बादशाह औरंगजेब का था| जिन्होंने ठाकुर हरिसिंह को विभिन्न युद्धो में विजयी होने पर लाम्बा की जागीर प्रदान की, एवं शाही मनसबदार से सम्मानित किया| यह अदम्य साहसी, शूरवीर, धर्मपरायण, तलवार के धनी थे| आमेर के शासको के प्रति जीवन पर्यन्त, निष्टावान, स्वामीभक्त सेनानायक बने रहे| ठा. हरिसिंह भावी राजा, कुं. बिशनसिंह का कोहुटा(पाकिस्तान) में संरक्षक नियुक्त हुए| खेबर के दर्रे से लेकर भरतपुर, मथुरा के जाट राजाओ के विद्रोह का दमन किया| मालपुरा परगना की जनता को मारवाड के वीर योद्धा दुर्गादास राठौड की लूटमार व आक्रमण को पराजित गतसिंह ईष्ट सिन्धोलिया माताजी से था| जो आज भी डिग्गी ठिकाने की कुल देवी है|


लाम्बा का यह सिंह दिनांक 05-04-1695 ई. में जवार की गढ़ी मथुरा के पास युद्ध मोर्चे में शत्रु की तोप का गोला लगने से वीरगति को प्राप्त हुआ| इनकी देशभक्ति और स्वामिभक्ति से प्रभावित होकर कवि सूर्यमल्ल मिश्रण ने इस प्रकार शब्दों में पिरोया-
-----------------------------------------------------------------------
हरिसिंह कछवाह, जाय जटवार बिटिलिय |बहु जटटन सिर कट्टी, खनित खणगनम् प्रविष्ट किये ||यह लम्बापुर नाथ, बंस खंगार संग सक्ति |सेवन आलम शाह, आप कुरान नरेश रजि ||दे दल मिलान जमुना पुलिन, संचरि आय सलाम करि |हरिसिंह सहित, ठडडे मिसल, रतवि अंजलि आदाब दिय ||हरिसिंह हि आलम दये, रीझ खिलत हय राय |कूरम पति को कथन कर, जट्ट कदन हित लाय || “सूर्यमल्ल मिश्रण”---------------------------------------------------------------------------
औरंगजेब के शासनकाल में वह समय की भूल था, यदि वह अकबर के शासनकाल में होता और जितना औरंगजेब के लिए किया उतना अकबर के लिए करता तो उसकी योग्यता और क्षमता का सम्मान नवरत्नो में किया जाता| वह राजपूत स्वामी धर्म का प्रतिरूप तथा कछवाहो का सबसे बड़ा योद्धा था|
“इतिहासकार - प्रो. कानूनगो”
ठा.हरिसिंह खंगारोत के पौत्र जगतसिंह से आमेर के राजा माधोसिंह द्वारा किसी राजनैतिक कारणों से किले की चाबी मांगने पर लाम्बा से डिग्गी चले गये| इसी बीच यह किला वीरान रहा| 22 फरवरी 1939 को प्रजामंडल के आंदोलनकारी पं. हीरालाल शास्त्री, टीकाराम पालीवाल अन्य प्रख्यात नेताओ को सत्याग्रह आंदोलन चलाने पर इस किले में राजनैतिक बंदी के रूप में नजरबन्द रखा गया| देश की आजादी के बाद यहाँ पुलिस स्टेशन एवं विद्यालय प्रारंभ हुआ| 1956 से उच्च माध्यमिक विद्यालय चल रहा है|
ठा. हरिसिंह द्वारा ग्राम लाम्बा में अतिसुन्दर जलाशय, कुण्ड, तालाब, देवी अन्नपूर्णा का मंदिर, विश्वनाथ मंदिर, बंशीवाले का मंदिर तथा इस दुर्ग में शीश महल एवं उद्यान बनाये जो आज भी अनुपम है|

लाम्बा हरी सिंह में स्थित प्राचीनतम धार्मिक स्थल :-

इस वीडियो में लाम्बा हरी सिंह में स्थित धर्मिक स्थल के साथ साथ लाम्बा हरी सिंह की सुंदरता को भी दिखाया गया है | लाम्बा हरी सिंह में उपस्थित हरी सागर कुंड आकर्षक का केंद्र बना हुआ है|
हरी सागर कुंड के चारो और अनेक प्राचीनतम मंदिर बने हुए है, चारो ओर बाग-बगीचे बने हुए है|